New Aadhaar App Launch: UIDAI ने आधार कार्ड उपयोगकर्ताओं के लिए दिवाली से पहले एक बड़ा तोहफा दिया है। अब आधार अपडेट करने के लिए केंद्रों पर जाने की जरूरत नहीं होगी। सरकार ने आधार की नई बीटा एप्लीकेशन लॉन्च की है, जिसमें फेस ऑथेंटिकेशन का नया फीचर जोड़ा गया है। इस फीचर के जरिए अब लोग घर बैठे अपना मोबाइल नंबर या अन्य जानकारी अपडेट कर सकेंगे।
UIDAI के सीईओ ने दी थी झलक
हाल ही में UIDAI के सीईओ भुवनेश कुमार ने एक इंटरव्यू में बताया था कि नया आधार ऐप नागरिकों को मोबाइल से ही आधार से जुड़ी सेवाओं का लाभ देगा। अब वही फीचर आधिकारिक तौर पर बीटा फेज में शुरू कर दिया गया है। इसका मतलब है कि लोग अब अपने मोबाइल नंबर, पते और अन्य डिटेल्स को घर बैठे फेस ऑथेंटिकेशन से अपडेट कर पाएंगे।
प्ले स्टोर पर उपलब्ध नया ऐप
UIDAI का यह नया ऐप अब Google Play Store पर उपलब्ध है। यूजर को “Aadhaar” सर्च करने के बाद नया लोगो दिखेगा, वही नया वर्ज़न है जिसे डाउनलोड करना होगा। ऐप को ओपन करने पर इंटरफेस पहले से काफी बेहतर और आधुनिक है, जिसमें फेस स्कैनिंग और डिजिटल शेयरिंग जैसे फीचर्स जोड़े गए हैं।
अब फोटो कॉपी नहीं करनी होगी शेयर
इस ऐप के जरिए अब किसी भी संस्था या स्थान पर आधार कार्ड की फोटोकॉपी देने की जरूरत नहीं पड़ेगी। यूजर्स अब क्यूआर कोड स्कैन करके या डिजिटल मोड में अपना आधार सुरक्षित तरीके से शेयर कर सकेंगे। राशन कार्ड सत्यापन, बैंक KYC, या किसी सरकारी सेवा के लिए केवल क्यूआर कोड स्कैन करना होगा और आधार डिटेल तुरंत साझा हो जाएगी।
परिवार के सभी आधार को करें एक ऐप से प्रबंधित
नया ऐप परिवार के सभी सदस्यों के आधार कार्ड को एक ही जगह मैनेज करने की सुविधा देता है। जैसे यदि परिवार में पांच सदस्य हैं, तो सभी के आधार को एक ही मोबाइल ऐप में जोड़कर आसानी से स्विच किया जा सकता है। इससे पूरे परिवार के आधार संबंधी कामकाज एक ही फोन से हो सकेंगे।
अपनी जानकारी पर रहेगा पूरा नियंत्रण
यूजर्स अब तय कर पाएंगे कि वे कौन सी जानकारी शेयर करना चाहते हैं। जैसे कि अगर किसी जगह केवल नाम और जन्मतिथि की जरूरत है तो एड्रेस या फोटो छिपाई जा सकती है। इससे डेटा प्राइवेसी को और भी मजबूत बनाया गया है और यूजर्स को अपने डेटा पर पूरा नियंत्रण मिलेगा।
मोबाइल नंबर लिंक न होने पर भी चलेगा ऐप
नया आधार ऐप उन लोगों के लिए भी फायदेमंद है जिनका मोबाइल नंबर अभी तक आधार से लिंक नहीं है। अब फेस ऑथेंटिकेशन के जरिए बिना ओटीपी भी ऐप में लॉगिन किया जा सकता है। हालांकि ऐसे मामलों में कुछ सीमित फीचर्स ही एक्सेस होंगे, ताकि सुरक्षा बनी रहे।
फेस ऑथेंटिकेशन से होगा लॉगिन
ऐप में लॉगिन करने के लिए पहले आधार नंबर दर्ज करना होगा, उसके बाद फेस ऑथेंटिकेशन प्रक्रिया शुरू होगी। इसमें यूजर को कैमरे के सामने देखकर आंखें झपकानी होती हैं। यह पूरा वेरिफिकेशन कुछ सेकंड में पूरा हो जाता है और तुरंत यूजर का प्रोफाइल खुल जाता है।
डिजिटल आधार कार्ड डाउनलोड करने की सुविधा
इस नए ऐप में अब यूजर्स बिना ओटीपी के भी अपना आधार कार्ड डाउनलोड कर सकेंगे। इसके लिए फेस ऑथेंटिकेशन को आधार बनाया गया है। इससे पहले आधार डाउनलोड करने के लिए अनिवार्य रूप से रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर पर ओटीपी की जरूरत पड़ती थी, लेकिन अब यह प्रक्रिया पूरी तरह डिजिटल हो गई है।
सुरक्षित रहेगा आपका आधार डेटा
UIDAI ने इस ऐप में एक नया “Authentication History” फीचर भी जोड़ा है, जिससे यूजर्स देख सकते हैं कि उनका आधार कहां और कब उपयोग हुआ। इससे धोखाधड़ी या गलत इस्तेमाल की संभावना काफी हद तक खत्म हो जाएगी। हर बार जब भी आपका आधार कहीं उपयोग होगा, उसकी एंट्री ऐप में दर्ज होगी।
भविष्य में मिलेंगे और भी फीचर्स
UIDAI के मुताबिक यह ऐप फिलहाल बीटा फेज में है और आने वाले महीनों में इसमें कई नए फीचर्स जोड़े जाएंगे। इनमें मोबाइल नंबर अपडेट, पता सुधार और डॉक्यूमेंट अपलोड जैसी सेवाएं भी शामिल होंगी। उम्मीद की जा रही है कि नवंबर या दिसंबर 2025 तक इसका पूरा वर्ज़न आम उपयोगकर्ताओं के लिए जारी कर दिया जाएगा।
आम जनता के लिए बड़ा डिजिटल कदम
नया आधार ऐप सरकार की “डिजिटल इंडिया मिशन” की दिशा में एक और बड़ा कदम है। इससे लोगों को न केवल सुविधा मिलेगी बल्कि फर्जीवाड़े और डेटा चोरी के मामलों पर भी नियंत्रण पाया जा सकेगा। अब हर व्यक्ति अपने मोबाइल से ही सुरक्षित तरीके से अपना आधार इस्तेमाल कर सकेगा, जो आत्मनिर्भर भारत की ओर एक और मजबूत कदम है।
निष्कर्ष
UIDAI का यह नया ऐप न केवल तकनीकी दृष्टि से मजबूत है बल्कि सुरक्षा और गोपनीयता के मानकों पर भी खरा उतरता है। फेस ऑथेंटिकेशन जैसे फीचर्स के आने से अब आधार से जुड़ी कई समस्याएं खत्म होंगी और यूजर्स को हर काम के लिए आधार केंद्र जाने की जरूरत नहीं पड़ेगी।



