OPS Latest News: कर्मचारियों और शिक्षकों के लिए एक बार फिर से अच्छी खबर सामने आ रही है। लंबे समय से चली आ रही पुरानी पेंशन योजना (OPS) की बहाली की मांग अब तेज हो गई है। बस्ती जिले में ऑल टीचर्स एम्पलाइज वेलफेयर एसोसिएशन (ATEWA) के नेतृत्व में शिक्षकों और कर्मचारियों ने OPS लागू किए जाने को लेकर विशेष अभियान शुरू किया है। इस दौरान एनपीएस (NPS) और यूपीएस (UPS) को समाप्त करने की मांग भी उठाई गई।
शिक्षकों ने उठाई OPS लागू करने की मांग
संघ के जिलास्तर के पदाधिकारियों ने स्पष्ट कहा है कि आरटीई एक्ट लागू होने से पहले नियुक्त शिक्षकों को टीईटी की अनिवार्यता से बाहर रखा जाए। अटेवा जिला संयोजक तैय्यब अली ने कहा कि सरकार के समक्ष एक पत्र के माध्यम से अपनी मांगें रखी गई हैं। अगर सरकार ने इन मांगों पर कोई सकारात्मक निर्णय नहीं लिया, तो 25 नवंबर को देशभर के शिक्षक और कर्मचारी दिल्ली में विशाल धरना प्रदर्शन करेंगे।
आरटीई एक्ट को लेकर शिक्षकों ने जताई नाराजगी
संघ के मंडलीय महामंत्री दीपक सिंह प्रेमी, निरीक्षक डॉक्टर कमलेश चौधरी, जिला कोषाध्यक्ष अमरचंद और मीडिया प्रभारी नीरज वर्मा ने संयुक्त रूप से कहा कि आरटीई एक्ट लागू होने से पहले कार्यरत शिक्षकों पर टीईटी की अनिवार्यता पूरी तरह अन्यायपूर्ण है। उनका कहना है कि पहले से सेवारत शिक्षकों को नए नियमों के दायरे में लाना किसी भी दृष्टिकोण से उचित नहीं है।
लखनऊ में पुरानी पेंशन बहाली को लेकर जोरदार प्रदर्शन
लखनऊ में ऑल इंडिया एनपीएस एम्पलाइज फेडरेशन के आवाहन पर पुरानी पेंशन बहाली की मांग को लेकर कर्मचारियों ने जोरदार प्रदर्शन किया। कैंट रोड स्थित प्रमुख अभियंता कार्यालय से कर्मचारियों ने गुब्बारे उड़ाकर OPS लागू करने और आठवां वेतन आयोग गठित करने की मांग की। प्रदर्शन में विभिन्न विभागों के कर्मचारी और अधिकारी शामिल हुए।
गुब्बारे उड़ाकर जताया OPS बहाली का प्रतीकात्मक विरोध
कर्मचारी नेताओं का कहना है कि पुरानी पेंशन योजना कर्मचारियों का असली सम्मान है। जबकि सांसदों और विधायकों को आज भी पेंशन सुविधा मिल रही है, कर्मचारियों को इससे वंचित रखना नाइंसाफी है। इसी विरोध के प्रतीक के रूप में कर्मचारियों ने गुब्बारे उड़ाकर OPS बहाली और आठवें वेतन आयोग गठन की मांग रखी। इस दौरान सैकड़ों कर्मचारियों ने एकजुट होकर पुरानी पेंशन बहाली की आवाज बुलंद की।
देशभर में एकजुट हो रहे कर्मचारी संगठन
कर्मचारी महासंघ के अध्यक्ष ने कहा कि पुरानी पेंशन योजना को बहाल करना अब सिर्फ मांग नहीं बल्कि कर्मचारियों का हक बन गया है। केंद्र और राज्य सरकारों पर दबाव लगातार बढ़ रहा है, और यदि मांगों को नजरअंदाज किया गया तो आने वाले महीनों में यह आंदोलन और व्यापक रूप ले सकता है।
OPS बहाली पर सरकार की नजर
सरकारी सूत्रों से संकेत मिल रहे हैं कि केंद्र सरकार कर्मचारियों की पुरानी पेंशन योजना (OPS) से जुड़ी मांगों पर गंभीरता से विचार कर रही है। आगामी महीनों में इस पर बड़ा फैसला लिया जा सकता है। फिलहाल कर्मचारियों की एकजुटता और बढ़ते दबाव के कारण यह मुद्दा एक बार फिर से राजनीतिक रूप से भी गर्म हो गया है।
कर्मचारियों में उम्मीद की नई किरण
पुरानी पेंशन योजना की बहाली की मांग को लेकर देशभर में कर्मचारी और शिक्षक संगठनों में नई उम्मीद जगी है। लगातार चल रहे प्रदर्शनों और सरकार से संवाद के प्रयासों के बाद ऐसा माना जा रहा है कि OPS बहाली की दिशा में जल्द ही कोई ठोस कदम उठाया जा सकता है।